गीदड़ यह सुन रहा था और चुपचाप एक तरफ बेठा था | वह उठा और दुम हिलाता हुआ बहा से चला गया और जाते जाते कहा, “आप इस जंगल के राजा हो और आप जो कहते हो वही सही है | “