आज हम आपको भारत के एक राजा भूपिंदर सिंह के बारे में बताने जा रहे है. इस राजा के बारे में आप जितना जानोगे उतना कम है. भुपिंदर सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 को पटियाला के मोती बाग में हुआ. महाराजा सिख परिवार में Related image पैदा हुआ था और इनके पिता का नाम राजेन्द्र सिंह था और अपने पिता की मौत के बाद इनको राज्य का दायित्व मिला था. राजा छोटी उम्र से ही रंगीन शौक रखते थे. महाराजा भूपिंदर सिंह अपनी अय्याशी के लिए जाने जाते है. इनकी रंगीनमिजाजी के सच्चे किस्से दीवान जरमनी दास ने अपनी किताब ‘महाराजा’ में किया था. महल का एक कमरा केवल महाराज ही इस्तमाल करते थे. इस कमरे की दीवारों पर सैकड़ों तरह के आसनों मे प्रेम क्लाप में डूबे औरत-मर्दों का चित्रण किया हुआ है. फर्श पर कीमती जवाहरात से जड़े मोटे-मोटे क़ालीन बिछे हैं. पूरा कमरा हिंदुस्तानी ढंग से सजा हुआ है. राजा की शुधा जल्दी से शांत नहीं होती थी. जवानी से ही उनकी रूचि सेक्स में थी. ये गर्मियों में स्वीमिंग पूल में नग्न ​महिलाओं और मदिरा के साथ अय्याशी करते ​थे. राजा अपने अनुसार अपनी रखेलों को सजवाता था. राजा लगभग 150—400 पुरुष और महिलाओं के साथ अय्याशी करता था जिसमें नग्न औरतों के सीने पर मदिरा उडेल कर मदिरा सेवन और उसके बाद सामूहिक सेक्स होता था. महाराजा की पार्टियों में ज्यादातर यूरोपियन या अमेरिकन लेडी आमंत्रित होती थी, जिनके साथ महाराजा रंगरलियां मनाया करता था. कहा जाता है कि राजा ने 10 से अधिक बार शादी की थी. राजा के 88 बच्चे थे. Related image सन 1929 में राजा ने 25 मिलियन डॉलर की कीमत वाला हार बनवाया. इस हार को बनाने के लिए 3 साल का समय लगा. यह हार देश के सबसे महंगे आभूषणों में से एक था. ये राजा भारत में एयरप्लेन खरीदने और अपने राज्य में रनवे Related image बनाने वाला पहला व्यक्ति था. राजा के पास 44 रोल्स रॉयस थी जिनमें से 20 रोल्स रॉयस का काफिला रोजमर्रा में सिर्फ राज्य के दौरे के लिए इस्तेमाल होती थीं. 1935 में बर्लिन दौरे के समय जब उसकी मुलाकात हिटलर से हुई तो हिटलर ने अपनी माय्बैक कार राजा को तोहफे में दे दी थी.