मऊ. यहां यूपी एटीएस और जीआरपी ने 15 अगस्त से दो द‍िन पहले मऊ रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले शख्स को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने अपने चचेरे भाई को फंसाने के लिए उसी की आईडी से लिए गए एक सि‍म से लखनऊ जीआरपी के एडि‍शनल डीजीपी को कॉल कर धमकी दी थी। 'मेरी पत्नी मजबूर होकर उससे बनाती थी र‍िलेशन', एक साल पहले रची साजिश - अरेस्ट हुए राजेश पटेल और अरविंद चचेरे भाई हैं। - राजेश ने बताया, पि‍छले दो साल से अरविंद ने मेरी फैमिली लाइफ खराब कर रखी थी। शुरू में वह मेरे सामने ही मेरी पत्नी को अंडरगार्मेंट्स गिफ्ट देता था। धीरे-धीरे प्यार में फंसाकर उसके साथ अवैध संबध बना लिए। इसके बाद उसे ब्लैकमेल करने लगा। मेरी पत्नी मजबूर होकर उससे र‍िलेशन बनाती थी। - छुटकारा पाने के ल‍िए एक साल पहले मैंने अरविंद को सबक सिखाने की साज‍िश रची। वह फर्जी सिम बेचता था, इसकी वजह से वह एक बार जेल भी जा चुका है। - मैंने उसकी आईडी पर ही एक सिम उसी से खरीद लिया। मैंने सोचा था क‍ि अगर उसकी आईडी के सिम से कुछ गलत काम करता हूं तो अरविंद ही पकड़ा जाएगा। - मैंने इंटरनेट से लखननऊ जीआरपी के एडि‍शनल डीजीपी का नंबर निकाला और उर्दू के शब्दों को इस्तेमाल करते हुए मऊ रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी। - फोन पर मैंने कहा, ''हैलो, सलाम वालेकुम... दो दिन बाद मऊ स्टेशन को उड़ा दूंगा... रोक सको तो रोक लो।'' दोनों को भेजा गया जेल - जीआरपी एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया, ''धमकी देने वाला अरविंद कुमार और राजेश पटेल चचेरे भाई हैं। - दोनों के बीच पुरानी रंजिश पिछले दो साल से चल रही है। - अरविंद को फंसाने के लिए ही एडि‍शनल डीजीपी जीआरपी लखनऊ के नंबर पर फोने करके धमकी दी थी। राजेश फर्जी सि‍म भी बेंचने का काम करता है। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।