एक व्यक्ति द्वारा स्वामी विवेकानंद जी से पूछा; सब कुछ खोने से ज्यादा बुरा क्या है ? स्वामी जी ने कहा; वो उम्मीद खोना; जिसके भरोसे हम सब कुछ वापस पा सकते हैं.