दमोह, नईदुनिया प्रतिनिधि। हिंडोरिया थाने के मुड़ारी गांव में शनिवार सुबह गांव के समीप खेत में एक शव मिलने की जानकारी पुलिस को लगी थी। मृतक के भाई ने ही पुलिस को सूचना दी थी। शव पुराना होने के कारण मृतक के शरीर पर चोटों का अंदाजा नहीं लग पा रहा था। घटना की जानकारी लगते ही एसपी विवेक अग्रवाल भी घटना स्थल पर पहुंचे थे।
एसपी की मौजूदगी में परिजन ने मृतक के तीन साथियों पर हत्या का आरोप लगाया था। जिनके साथ वह मंगलवार को देखा गया था और साथ में शराब पी थी उसके बाद से सभी लोग गायब थे। जिनकी गुमशुदगी 10 अगस्त को दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार में थी। इसी बीच पुलिस ने मृतक के गायब साथियों की तलाश शुरू कर दी और परिवार के लोगों से भी जानकारी ली जा रही थी।
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने उनके छिपे स्थान पर दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि वह और मृतक दोनों दोस्त थे। मृतक उनकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ करता था। इसी के चलते उसने अपने अन्य दो साथियों के साथ अपने साथी को ठिकाने लगाने प्लान बनाया और शराब पिलाकर उसका गला दबाकर पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी।
टीआई पीडी मिंज की मौजूदगी में घटना के प्रमुख आरोपी नोने सिंह उर्फ कजरा पिता टेक सिंह निवासी मुड़ारी (22) ने हत्याकांड के बारे में बताया कि मृतक घप्पू उर्फ धरमवीर लोधी (32) दोनों लोग दिल्ली में साथ में मजदूरी करते थे। धरमवीर कुछ दिन पहले ही गांव आ गया था और उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने लगा था। जिसकी सूचना उसकी पत्नी ने फोन पर दी। वहीं मृतक के पिता ने पुलिस को बताया था कि कजरा की पत्नी कुछ दिन पहले पानी भरते समय रास्ते में गिर गई थी।
तब मृतक ने दिलासा देते हुए कहा कि गिर गई हो तो उठ जाओ। इस बात को लेकर भी आरोपी के परिवार और मृतक के बीच विवाद चल रहा था। आरोपी कजरा जब दिल्ली से लौटकर आया तो उसने गांव के दो दोस्त सुखदेव पिता गोविंद सिंह (21), अन्नूसिंग पिता माधव सिंह (20) के साथ मिलकर धरमवीर को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।
शराब के बहाने बुलाया
मंगलवार की रात तीनों आरोपी गांव के चंडी मैदान में शराब पी रहे थे। तभी उन्होंने शराब पीने के बहाने मृतक को अपने पाास बुलाया। इसके बाद चारों ने देर रात शराब पी। जब धरमवीर नशे में चूर हो गया तो तीनों आरोपी उसे गांव से एक किमी दूर एक पुलिया पर ले गए। जहां उन्होंने फिर शराब का सेवन किया और धरमवीर को जमीन पर पटककर उसका गला दबाकर सिर पर पत्थर पटक दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों आरोपी शव को उठाकर हलगज निवासी बरसाती लोधी के खेत में ले गए और वहां फेंककर फरार हो गए।
तीन दिन बाद मिला मृतक का शव
शनिवार को मृतक का भाई मिथुन अपने भाई को ढूंढ रहा था। तभी उसने लकड़बग्घों का झुंड खेत में देखा और जब वह पास गया तो उसने अपने भाई की लाश को पहचान लिया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी और मौके पर पहुंची पुलिस और एफएसएल की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी। परिजन ने पुलिस को बताया था कि उनका बेटा आखिरी बार आरोपियों के साथ देखा गया था और तभी से वे लोग फरार थे। जिससे पुलिस को तीनों पर संदेह हुआ। सोमवार को मुखबिर से सूचना मिलने पर घटना स्थल से डेढ़ किमी दूर रोहनिया के पास सिद्ध बाबा की पहाड़ी पर पुलिस ने दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी को गिरफ्तार करने में हिंडोरिया टीआई, बांदकपुर चौकी प्रभारी पीडी दुबे, प्रधान आरक्षक परषोत्त्म तिवारी, आरक्षक नरेंद्र पटेरिया, नन्ने भाई का सहयोग रहा। आरोपियों पर धारा 302, 201, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।