teen murti ka raaz 7


SUBMITTED BY: nikanshu

DATE: June 24, 2016, 3:16 a.m.

FORMAT: Text only

SIZE: 158 Bytes

HITS: 525

  1. कुछ देर बाद बरिबल दरबार में आए और बादशाह को सलाम किया | अकबर ने मन ही मन सोचा, “यह आदमी धोखेबाज कैसे हो सकता है क्योकि इसे देखते ही हमारा मन खुश हो जाता है |”

comments powered by Disqus