रुपयों की जरुरत के लिए एक युवक ने अपने दोस्त के अधेड़ पिता से ही अपनी बीवी के शारीरिक संबंध बनवा दिए और वीडियो भी बना डाला। यही नहीं, फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू करने के लिए अपने मोबाइल से वीडियो व फोटो बनाकर वायरल करने की धमकियां देने लगा। आखिरकार ब्लैकमेलिंग से तंग आकर व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली।
इस चौंकादेने वाले मामले में पड़ताल में जुटी पुलिस भी हैरत में पड़ गई, जब खुलासा हुआ कि ब्लैकमेलिंग के लिए युवक ने अपनी पत्नी की इज्जत तक को दांव पर लगा दिया। मामले में मास्टरमाइंड युवक व उसकी पत्नी के अलावा साढू को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में इस मामले में परतें खुलीं, जो काफी शर्मनाक थीं।
जयपुर ग्रामीण एसपी डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सीताराम व उसकी सुनीता उर्फ सुष्मिता और साढू हनुमान सहाय है। आरोपी सीताराम मोटू का बास निवासी मृतक कल्याण सहाय माली के बेटे लालचंद का दोस्त है। उनके आपस में पारिवारिक संबंध थे। इसी के चलते मृतक कल्याण सहाय का आरोपी सीताराम के घर आना जाना लगा रहता था।
पत्नी के अवैध संबंधों को रोकने के बजाय खेला खतरनाक खेल
कल्याण जब कभी सीताराम के घर जाता। उसके बच्चों के लिए खाने पीने की चीजें लेकर जाता था। कभी भूल जाता था तो चीजें लाने के बहाने कल्याण सहाय आरोपी सीताराम को बाजार भेज देता। इसके बाद वह सीताराम की पत्नी से प्रेम प्रसंग की बातें करता था। अधेड़ कल्याण सहाय अक्सर रातों को भी सुनीता से फोन पर बातें करता था।
पति सीताराम को अपनी पत्नी सुनीता और कल्याण सहाय के बारे में पूरी जानकारी थी, इसके बाद उसने एक खरतनाक खेल रचा। सीताराम व जीजा हनुमान सहाय को पता थी। वहीं, कल्याण सहाय इस बात से अनजान था कि उसके अवैध संबंधों का पता सीताराम को है। इस बीच आरोपी रुपयों की जरुरत होने पर कल्याण सहाय से राजी से रुपए मांग लिया करते थे।
इसी बीच, पिछले दिनों सीताराम ने पत्नी सुनीता और साढू हनुमान सहाय के साथ मिलकर कल्याण सहाय से मोटी रकम ऐंठने के लिए उसे ब्लैकमेल करने की योजना बनाई। साजिश के तहत सुनीता ने कल्याण सहाय से 8 अगस्त को फोन पर बातचीत की और उसे अगले दिन 9 अगस्त को सुबह अपने घर बुलाया। उसने सीताराम के घर से बाहर होने का बहाना बनाया।
बेखबर था शिकार और हो गया इस पिंजरे में कैद
विश्वास में आकर कल्याण सहाय 9 अगस्त को सुनीता के पास पहुंच गया। जहां उन्होंने शारीरिक संबंध बनाए। तभी मौका पाकर सुनीता ने पति व जीजा को फोन कर दिया। जबकि कल्याण सहाय इससे बेखबर था। तभी सीताराम और उसका साढू हनुमान सहाय घर पहुंचे तो वहां सुनीता व कल्याण सहाय आपत्तिजनक हालत में मिले।
इसके बाद सीताराम ने मोबाइल से कल्याण सहाय के आपत्तिजनक फोटो व वीडियो बना लिए और उसे ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग करने लगे। इससे आहत होकर कल्याण सहाय ने वीर हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर सुसाइड कर लिया।
मृतक कल्याण सहाय माली (50) हरमाड़ा के मोटूका बास का रहने वाला था। 9 अगस्त को शव मिलने के बाद उसके बेटे ने सामोद थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें सीताराम, सुनीता और हनुमान सहाय द्वारा उसके पिता को आपत्तिजनक वीडियो व फोटो वायरल करने की धमकियां देकर ब्लेकमेल कर रुपए मांगने का आरोप लगाया।
तब सीओ गोविंदगढ़ महावीर चोटिया, सामोद थानाप्रभारी भूपेंद्र सिंह के भूपेंद्र सिंह, सबइंस्पेक्टर मंंजू कुमारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई। अनुसंधान में पुलिस ने कल्याण व आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाई और अन्य जानकारी हासिल की। जिसमें मामले का खुलासा हो गया और पुलिस ने तीनों आरेापियों को गिरफ्त में ले लिया।