New Delhi : भोजपुरी पर्सनालिटी अवार्ड जीत चुकी एक्ट्रेस शिविका दीवान हाल ही में अपने घर कानपुर पहुंची। इस विजिट के दौरान उन्होंने पत्रकारों से फिल्म इंडस्ट्री में अपने करियर से जुड़ी बातें शेयर कीं।
शिविका बताती हैं, "मेरे पापा जसबीर दीवान एक बिजनेसमैन हैं। उनका सपना एक एक्टर बनने का था, लेकिन मेरे दादाजी इसके सख्त खिलाफ थे। उन्होंने अपना सपना मेरे जरिए पूरा किया है।"
"ग्रैजुएशन के दौरान ही मैंने एक्टिंग के बारे में सोचने लगी थी। जब ग्रैजुएशन खत्म हुआ तो मैंने पापा से कहा कि मैं दिल्ली में रहकर एक्टिंग सीखना चाहती हूं। मुझे लगा था कि वो मना करेंगे, लेकिन उन्होंने तुरंत परमिशन दे दी।"
शिविका के मुताबिक ये बचपन में ही एक्टर बन जातीं, लेकिन दादाजी ने ऐसा होने नहीं दिया। "2003 में बालाजी टेलिफिल्म्स में चाइल्ड एक्टर के लिए एड निकला था। मेरी मां नीलम ने घर पर बिना किसी को बताए मेरी फोटो वहां भेज दी। उन्हें मैं पसंद आई और मेरा सिलेक्शन हो गया और ऑडिशन के लिए बुलाया गया। जैसे ही यह बात घर पर खुली तो दादाजी बोलने लगे- अच्छे घर की लड़कियां ये सब नहीं करतीं। तुम नहीं जाओगी। और बात वहीं खत्म हो गई।"
शिविका बताती हैं, "मैंने 2012 में दिल्ली में थिएटर आर्टिस्ट मोहम्मद शफीक की देखरेख में एक्टिंग सीखी। उसी साल मैं मुंबई चली गई। वहां जाने के महज तीन महीने बाद मेरे पास यासीन फिल्म प्रोडक्शन हाउस का ऑफर आया। वे 'प्यार झुकता नहीं' नाम की भोजपुरी फिल्म बना रहे थे।
मुझे लगा कि यदि मेरा डेब्यू भोजपुरी से हुआ तो एक ठप्पा लग जाएगा। इसलिए मैंने उस ऑफर को रिजेक्ट कर दिया।" प्रेजेंट में ये भोजपुरी फिल्मों में काम कर रही हैं।